तू ही है मेरी मोहब्बत
तू ही है मेरी जान
तेरे चरणों में है जन्नत
और तू ही है मेरी शान
काले बादलों सा तेरा रंग
और रूप नही है सोना
फिर भी दूर होके मई जैसे कटी पतंग
इसलिए चाहता नही तुझे खोना
काले बदल ही बुझाते हैं प्यास
और लालच जगाता है सोना
तुझसे दूर हूँ तुझे मिलने की है आस
और हर जनम में चाहता हूँ बस तेरा बेटा होना
याद नही कब तुने गले लगाया था
कब मई सोया था मेरा सर तेरी गोद में
कब अपने हांथों से खिलाया था
सोच सोच के रो देता हूँ तेरी याद में
दिल-ऐ-तमन्ना है माँ
गर्व से तेरा सर ऊँचा करदूं
कहे तुभी ऐसा बेटा मिलेगा कहाँ
तेरे सहारा मांगने पे अपने आप को ही समर्पित करदूं
तू ही है मेरी जान
तेरे चरणों में है जन्नत
और तू ही है मेरी शान
काले बादलों सा तेरा रंग
और रूप नही है सोना
फिर भी दूर होके मई जैसे कटी पतंग
इसलिए चाहता नही तुझे खोना
काले बदल ही बुझाते हैं प्यास
और लालच जगाता है सोना
तुझसे दूर हूँ तुझे मिलने की है आस
और हर जनम में चाहता हूँ बस तेरा बेटा होना
याद नही कब तुने गले लगाया था
कब मई सोया था मेरा सर तेरी गोद में
कब अपने हांथों से खिलाया था
सोच सोच के रो देता हूँ तेरी याद में
दिल-ऐ-तमन्ना है माँ
गर्व से तेरा सर ऊँचा करदूं
कहे तुभी ऐसा बेटा मिलेगा कहाँ
तेरे सहारा मांगने पे अपने आप को ही समर्पित करदूं
No comments:
Post a Comment
Your views are important...