Sunday, August 19, 2012

फिरसे प्यार आया है

फिरसे कोई चेहरा छाया है
देखके जिसे मन मुस्कुराया है
किसीने फिर दिल धड्काया है
आज फिरसे किसीपे प्यार आया है

जो हर रोज़ पुरानी यादों में
खो कर बीती बातों में
रोती उन आँखों में
बसा है कोई दिल की सलाखों में

फिरसे समझ आतीं हैं
बातें जो अधूरी रेह जातीं हैं
मेरी आँखें डूब जातीं हैं
जो उसकी मुस्कानों की लहरें आतीं हैं

आज फिरसे दिल किसीका घुलाम है
इस्पे फिर किसीका नाम है
बदलने का मीत को प्रीत में फिर ख्याल आया है
आज फिरसे किसीपे प्यार आया है

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