दिल ने रुलाया आँखों को
बनाया घना रेगिस्तान
भूल कर सभी खताओं को
आसुओं से धोयी यादें तमाम
मूरत बना है दिल में
स्वर्ग सा वो चेहरा
निकालूं कैसे तुम्हे
साँसों का है पेहरा
नफरत की जो तुमसे
दिल से हो गयी बैर
रूठकर ज़िन्दिगी से
नर्क की करे सैर
लेकिन मना लूँगा इसे
तन्हाई से करूँगा दोस्ती
दिल दिया था जिसे
निभाऊंगा उस्से दुश्मनी
मेरे इन आसुओं का
क़र्ज़ है ये तुमपे
बनाकर आँखों को बादलों सा
बिछाया नीर होटों पे
बदलेगा ये मौसम भी
रौशन होगा मेरा जहां
याद करोगी उसे कभी
ठुकराई थी जिसकी पनाः
याद करोगी मुझको
जब घेरेगा तूफ़ान
नहीं मिलूँगा हाथ थामने को
आसुओं से धोना यादें तमाम
बनाया घना रेगिस्तान
भूल कर सभी खताओं को
आसुओं से धोयी यादें तमाम
मूरत बना है दिल में
स्वर्ग सा वो चेहरा
निकालूं कैसे तुम्हे
साँसों का है पेहरा
नफरत की जो तुमसे
दिल से हो गयी बैर
रूठकर ज़िन्दिगी से
नर्क की करे सैर
लेकिन मना लूँगा इसे
तन्हाई से करूँगा दोस्ती
दिल दिया था जिसे
निभाऊंगा उस्से दुश्मनी
मेरे इन आसुओं का
क़र्ज़ है ये तुमपे
बनाकर आँखों को बादलों सा
बिछाया नीर होटों पे
बदलेगा ये मौसम भी
रौशन होगा मेरा जहां
याद करोगी उसे कभी
ठुकराई थी जिसकी पनाः
याद करोगी मुझको
जब घेरेगा तूफ़ान
नहीं मिलूँगा हाथ थामने को
आसुओं से धोना यादें तमाम
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